परम्परा
१
पारिवारिक परम्परा
बुजिर्गों का हथियार
छोटों पर अत्याचार।
२
सामाजिक परम्परा
नई पीडी मानते हैं
डाकियानुसी विचार।
३
. पुराना परम्परा
है पुराना अचार
आज कोई नहीं खरीददार।
४
परम्परा का
अन्धानुकरण
कुंएं में आत्मविसर्जन।
५
परम्परा का
बलात पालन
इनकार ताजा हवा का आगौन।
६
कोई भी परम्परा
पारिवारिक या सामाजिक
आज़ादी का हत्यारा।
७
छुपा परम्परा
धर्म के आड़ में
होता है खतरनाक संहारक।
८
.परम्परा
न टूटने वाला खूंटा
समाज है उस से बधां।
कालीपद "प्रसाद"
सर्वाधिकार सुरक्षित
27 टिप्पणियां:
नये और पुराने परम्परा पर सुंदर हाइकू.....
परंपरा पर सुंदर क्षणिकाएं ...
इन रचनाओं को हाइकु रचनाएँ नहीं कहा जा सकता .... हाइकु नियम से बंधी रचना है ....
तीन पंक्तियों की रचना में पहली पंक्ति में 5 वर्ण दूसरी में 7 और अंतिम में 5 वर्ण आते हैं .... आधा वर्ण नहीं गिना जाता ।
बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति,संगीता जी के मशवरे पर ध्यान दें.
बढिया विश्लेषण किया है
bahut sundar hiku
बहुत खूब ........पर ये हाइकु नहीं है
क्षणिकाएँ कहना बेहतर रहेगा
बहुत बढ़िया !
अच्छी रचना
बहुत सुंदर
धन्यवाद संगीता जी !
सुन्दर क्षणिकाएं!
परम्पराओं पर सुन्दर रचना
परम्पराओं पर सुन्दर क्षणिकाएं ....आभार..
बहुत खूब हाइकू | आभार
कुछ परम्पराएँ अच्छी भी हैं..उन्हें त्यागना समाज के लिए घातक होगा..
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'जी आभार , ध्यान रखेंगे
बहुत सुन्दर |
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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परम्पराएं अच्छी भी हो सकती है और खराब भी हो सकती है सबको त्यागने का कोई औचित्य नहीं है जो खराब परम्पराएं हैं उनको त्यागने कि आवश्यकता है और अच्छी परम्पराओं को अपनाने कि आवश्यकता है !!
गागर मे सागर सी है आपकी रचनाएं।
किन्तु आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एक बार फिर नारीवाद का असली और घृणित चेहरा सामने आ गया है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
पारिवारिक परम्परा
बुजिर्गों का हथियार
छोटों पर अत्याचार।
सुन्दर क्षणिका....
बहुत ही सुन्दर बोधपरक नए पुराने का सम्मिश्रण
बहुत ही सुंदर और सारवान क्षणिकाएं.
रामराम.
परंपराओं का बदलती परिस्थितियों के अनुसार मूल्यांकन और उनमें परिवर्तन करते रहना आवश्यक है .
bahut satik likha hai
shubhkamnayen
सुन्दर परिभाषाएं...सटीक विश्लेषण
जीवन की अलग अलग परिभाषाएं पर जीवन के सच को जोडती हैं
वाह बहुत खूब
सुंदर रचना ...आभार आपका !
सुंदर रचना ...आभार आपका !
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